शाहनगर
रिपोर्टर :- चरनजीत बंजारा
अचानक मौसम के बदलाव होने के कारण एवं उपार्जन केंद्रों में परिवहन का अनुबंध करने वाले ठेकेदारों की लापरवाही से किस तरह शासन एवं किसानों को चुना लग रहा है जिसका उदाहरण आप देखें उपार्जन केंद्र बोरी में जहां पर हजारों कुंटल धान खुले में रखी हुई है कुछ दिन पहले भी हुई बारिश से धान में काफी नुकसान हुआ हैजिसका किसानों को भी नुकसान हुआ है लेकिन संबंधित समिति प्रबंधक एवं कर्मचारियों की लापरवाही से भी किसान एवं शासन को क्षति पहुंच रही है आखिर इसका जिम्मेदार कौन है मौसम विभाग की पहले से चेतावनी के बाद भी समिति प्रबंधक भ्रष्टाचारी में इतने लिप्त हैं कि इस ओर किसी का ध्यान ही नहीं है आखिर कब होगा किसानों की समस्या का समाधान धान परिवहन ना होने के कारण किसानों की धान की तुलाई में हो रही समस्या लेकिन संबंधित इस ओर कोई वरिष्ठ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे