मध्यप्रदेश :- संवाददाता
खून की कालाबाजारी के खिलाफ में समाजसेवियों ने कलेक्टर के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
पन्ना जिला चिकित्सालय में मेल मेडिकल वार्ड में भर्ती संतु अहिरवार पिता भूरा अहिरवार उम्र 35 वर्ष निवासी भैरहा तहसील अजयगढ़ के परिजनों को ₹6000 में ब्लड बेचे जाने की बात जब जिले के समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी को प्राप्त हुई तो उन्होंने आज दिनांक 17 दिसंबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार सुश्री दीपा चतुर्वेदी को एक ज्ञापन सौंपा । जिसमें उल्लेख किया गया है कि जो गत दिनांक 16 दिसंबर को ब्लड बैंक में एक मजदूर गरीब को बी नेगेटिव ब्लड जिला चिकित्सालय के गार्ड के माध्यम से बेचा गया है उसकी निष्पक्ष जांच की जाए और मामले में जो भी खून के दलाल एवं इसमें संलिप्त कर्मचारी हैं उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाए । ताकि जिले में खून की कालाबाजारी पर पूर्णता प्रतिबंध लग सके । ज्ञापन सौंपने वालों में समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी , वीरेंद्र अहिरवार , रियासत खान, अजय दुवेदी, मोहम्मद इरशाद खान, अनिल कुमार , गणेश विश्वकर्मा , कैलाश रैकवार , सहित नगर के अन्य समाजसेवी गण मौजूद रहे।
शाम को मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने मामला सामने आने के बाद की कार्यवाही
जिला चिकित्सालय में सुरक्षा गार्ड के पद पर कार्य कर रहे कर्मचारी द्वारा जो पीड़ित गरीब मजदूर को दलालों से बात करा कर ब्लड बेचने का कार्य किया गया । उसको लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एल के तिवारी ने बड़े ही गंभीरता से लिया और तत्काल प्रभाव से सुरक्षा गार्ड की सेवाएं समाप्त करने के आदेश जारी किए गए । इसके साथ ही ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं । अब देखना यह है कि इस खून की कालाबाजारी में और कौन-कौन कर्मचारियों के नाम सामने आते हैं । जिसको लेकर शक्ति के साथ कार्यवाही की जा सकती है या फिर सुरक्षा गार्ड तक ही कार्यवाही सिमट कर रह जाती है।