मुंबई में, डेनमार्क संसद के उपाध्यक्ष लिफ लान जेन्सेन, जेप्पे सो और करीना ऍड्सबोल ने महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस से शुक्रवार, 8 मार्च को राजभवन मुंबई में सदिच्छा भेट ली।
भारत – डेनमार्क राजनैतिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर उभय देशों के बीच संसदीय सहयोग, व्यापार, हरित ऊर्जा, शिक्षा और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने का उद्देश्य से भेटी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वेन ने कहा कि डेनमार्क की जनसंख्या बहुत कम है और हमारे देश को भारत से कुशल जनशक्ति की आवश्यकता है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि भारत के साथ एक माइग्रेशन समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं। डेनमार्क भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापार भागीदार है और डेनमार्क की लार्सन एंड टुब्रो और मेर्स्क कंपनियों का नाम भारत में सर्वव्यापी है।
राज्यपाल ने कहा कि डेनमार्क कौशल विकास, डेयरी क्रांति, स्वच्छ ऊर्जा, शिक्षा और सांस्कृतिक सहयोग के क्षेत्रों में भारत के सहयोग का स्वागत करेगा। महाराष्ट्र राज्य में विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में, राज्यपाल ने कहा कि छात्रों, शिक्षकों और सत्रों का आदान-प्रदान कहा कि राज्य और डेनमार्क के विश्वविद्यालयों के बीच दोनों पक्षों के छात्रों को लाभ होगा