- सरस्वती द्विवेदी
मध्य प्रदेश सरकार में एक मुस्लिम अधिकारी अपना नाम बदलना चाहते हैं। उप सचिव स्तर के अधिकारी नियाज खान ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता जताई। ट्वीट करके खान ने बताया कि वह अपनी पहचान छिपाने के लिए नया नाम ढूंढ रहे हैं।
मध्य प्रदेश के मुस्लिम अफसर नियाज खान खोज रहे हैं नया नाम
नियाज ने ट्वीट करते हुए मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर जताई चिंता
कहा कि नया नाम मुझे हिंसक भीड़ से बचाएगा, नाम बदलना बेहतर
अपने समुदाय के बॉलिवुड ऐक्टर्स को भी नया नाम ढूंढने की कही बात
भोपाल
मध्य प्रदेश के मुस्लिम समाज के एक वरिष्ठ अधिकारी फिर चर्चाओं में हैं। वह ऐसा नाम खोज रहे हैं, जो उनकी पहचान को छिपा सके। इसके लिए उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट भी किए हैं। उप सचिव स्तर के अधिकारी नियाज खान ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर चिंता जताते हुए ट्वीट किया है कि वह अपनी पहचान छिपाने के लिए नया नाम ढूंढ रहे हैं।
नियाज ने शनिवार को ट्वीट कर लिखा, ‘नया नाम मुझे हिंसक भीड़ से बचाएगा। अगर मेरे पास कोई टोपी, कोई कुर्ता और कोई दाढ़ी नहीं है तो मैं भीड़ को अपना नकली नाम बताकर आसानी से निकल सकता हूं। हालांकि, अगर मेरा भाई पारंपरिक कपड़े पहन रहा है और दाढ़ी रखता है तो वह सबसे खतरनाक स्थिति में है।’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में विभिन्न संस्थाओं पर सवाल उठाते हुए लिखा, ‘चूंकि कोई भी संस्थान हमें बचाने में सक्षम नहीं है, इसलिए नाम को स्विच करना बेहतर है।’ नियाज ने आगे लिखा, ‘मेरे समुदाय के बॉलिवुड अभिनेताओं को भी अपनी फिल्मों की सुरक्षा के लिए एक नया नाम ढूंढना शुरू करना चाहिए। अब तो टॉप स्टार्स की फिल्में भी फ्लॉप होने लगी हैं। उन्हें इसका अर्थ समझना चाहिए।’ नियाज खान पहले भी चर्चाओं में आ चुके हैं।
हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 13 साल में नियाज खान का 20 बार तबादला किया गया है। उन्होंने नौकरशाही में भ्रष्टाचार पर दो किताबें भी लिखी हैं। इससे पहले जनवरी महीने में खान ने आरोप लगाया था कि उनके नाम की वजह से उनके साथ कामकाज में भेदभाव किया जा रहा है।