रिपोर्ट नेमीचंद लोहार
बाड़मेर, 20 सितंबर।
चौहटन उपखण्ड के शोभाला जेतमाल मुख्यालय पर भारत पाक 1965 युद्घ के शहीदों की श्रद्धांजलि सभा शुक्रवार को बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक गुरपाल सिंह के मुख्य आतिथ्य एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खींवसिंह भाटी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ । कार्यक्रम में चौहटन उपखण्ड अधिकारी वीरमाराम व पुलिस उपअधीक्षक अजीत सिंह व कैप्टन हीरसिंह ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में शिरकत की ।
सभा में बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक गुरपाल सिंह ने कहा कि भारत पाक युद्ध के दौरान हेमसिंह ने अदम्य साहस व सूझ बूझ का परिचय दिया और शहीदों ने अपने प्राण न्यौच्छावर किये , ऐसे शहीदों का सम्मान करने से भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है । उन्होंने कहा कि आम जनता रक्षा की दूसरी पंक्ति है और बीएसएफ विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देने को हर वक्त तैयार है । मुख्य अतिथि बाड़मेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खींवसिंह भाटी ने कहा कि सेना और नागरिक एक दूसरे के पूरक है इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि कठिन परिस्थितियों में भी सामना करने को तैयार सेना का सदैव मनोबल बढाये और सीमा इलाके में संवेदनशील व्यक्ति व गतिविधियों की जानकारी से पुलिस को अवगत करवाये ।
जिला परिषद सदस्य रूप सिंह राठौड़ ने कहा कि 1965 के युद्ध मे जब पाकिस्तानी सेना ने भारत के गाँवो को घेर लिया, तब ठाकुर हेमसिंह ने मोर्चा संभाला और अपने विश्वस्त बंदूकधारी साथियों के साथ लड़ने को तैयार हो गया । उन्होंने भारतीय सेना के साथ एक सैनिक की तरह भारतीय सेना का पथ प्रदर्शक बन कर भारतीय चौकियों को पाकिस्तानी सेना से मुक्त करवाया ।
पूर्व विधायक हरी सिंह सोढा ने अपने भाषण में सेना के सहयोग करने वाले शहीदों के परिवारजनों का हौसला बढ़ाया । कैप्टन हीर सिंह भाटी ने कहा कि सीमा पर सेना के बल के साथ साथ जनता का सहयोग भी जरूरी है । पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर ने कहा कि देश के लिए हरवक्त बाड़मेर की जनता कन्धा से कंधा मिलाकर खड़ी है । कार्यक्रम में लून सिंह झाला,शंकरलाल सुंदरा, भंवरलाल जोगल ने भी सभा को संबोधित किया । कार्यक्रम में 1965 के युद्ध में शहीद हुए शहीदों के परिवारजनों का सम्मान किया गया । कार्यक्रम का संचालन सुरताराम मेघवाल ने किया। इस दौरान अजीत सिंह राठौड़, सुरताराम मेघवाल,आसूलाल,ओमप्रकाश गढ़वीर , दौलत ख़म्भू ,सहित अन्य लोग उपस्थित रहे ।
ये हुए थे शहीद 1965के भारत-पाक युद्ध में सीमा पर डटे शोभाला जैतमाल के पूनमाराम पुत्र सताराम मेघवाल, रायधनराम पुत्र सुमारराम मेघवाल, नारायणाराम पुत्र सालूराम मेघवाल, देवाराम पुत्र भलाराम मेघवाल, नवा तला राठौड़ान निवासी जुडुराम पुत्र मजनाराम मेघवाल, मिठराऊ निवासी हरजीराम पुत्र साडाराम मेघवाल बालमराम पुत्र काछबाराम मेघवाल पाकिस्तानी सेना के हमले में शहीद हुए थे।