रिपोर्ट-दिलीप लोहार
बाड़मेर। ग्रामीण के इलाकों में पीने के पानी की भयंकर समस्या है बाड़मेर के जिला प्रशासन ने 1700पुरानी बेरिया का फिर से शरू कराने का अभियान शुरू किया है अभी तक सात जगहों पर यह पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया था जहां पर 30 40 50 साल पुरानी बेरिया वापस से शुरू की गई है तो वहां पर पीने के लिए मीठा पानी मिला है रामसर और सज्जन का पार के लोग इस अभियान से बेहद खुश हैं और उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है क्योंकि आप उनको मीठा पानी पीने को मिल रहा है ऐसे में अब यह पूरी बाड़मेर जिले के अंदर अभियान चलाया जाएगा ग्रामीण इलाकों के लोगों को इसके लिए अपने पुराने परंपरागत बेरिया या जल स्रोत के बारे में आपको ग्राम सेवक और सरपंच को जानकारी देकर इसका एक प्रस्ताव बनाना है
यह काम नरेगा के अंतर्गत वाला है अगर ग्रामीण लोग इस अभियान में अपने बुजुर्गों से पुरानी बेरियो की जानकारी लेकर एक बार फिर से शुरू करवा सकते हैं और इससे पीने को मीठा पानी इलाके के लोगों को मिल सकता है इसलिए आप सभी लोग इस अभियान के बारे में ग्राम सेवक और सरपंच से जरूर चर्चा करें और अधिक जानकारी आप पंचायत समिति ले सकते हैं हो सकता है कि पुरानी परंपरागत जल स्रोतों से फिर से पानी की आवक शुरू हो जाए तो यह हमारे लिए लॉटरी से कम नहीं होगा
नोट: बाड़मेर जिले के ग्रामीण इलाकों के लोग इस बात की जानकारी अधिक से अधिक लोगों में बताएं ताकि पानी के लिए संघर्ष कर रहे लोगों के लिए कोई राहत मिल सकती है।