टिडडी दलों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश
रिपोर्ट-दिलीप लोहार बाङमेर
बाड़मेर, 05 अगस्त।जलप्रदाय योजनाओं से जुड़े ऐसे छोटे कार्याें को प्राथमिकता से पूर्ण करवाएं,जिनसे आसपास के गांवों एवं ढाणियों को जलापूर्ति से लाभांवित किया जा सकता है। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए यह बात कही।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि आमतौर पर जलप्रदाय योजनाएं निर्धारित अवधि में पूर्ण होती है। लेकिन कई बार इनसे जुड़े छोटे कार्याें को पूरा करने से आसपास के गांवों एवं ढ़ाणियों में जलापूर्ति की जा सकती है। जलदाय विभाग के अधिकारी प्रगतिरत जलदाय योजनाओं के जुड़े ऐसे गांवों एवं ढाणियों को चिन्हित करें। इसके बाद इसकी क्रियान्विति सुनिश्चित की जाए। जिला कलक्टर गुप्ता ने बाड़मेर जिले में टिडडी दलों की रोकथाम के लिए चलाई जा रही गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कृषि विभाग के उप निदेशक को निर्देशित किया कि प्रभावित इलाके के क्षेत्रफल एवं आवश्यकता के मुताबिक अतिरिक्त वाहन लगाकर टिडडी दल नियंत्रित किए जाए। इस दौरान उप निदेशक किशोरीलाल वर्मा ने बताया कि विभाग के पास पर्याप्त वाहन एवं संसाधन है। टिडडी दल के आने की सूचना मिलते ही तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जाती है। जिला कलक्टर गुप्ता ने जल शक्ति अभियान के तहत ग्रामीणों के साथ विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए। साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने चिकित्सा विभाग समेत अन्य विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को विभिन्न लंबित कार्य प्राथमिकता से निष्पादित करने के लिए कहा। जिला कलक्टर ने नगर परिषद के आयुक्त पवन मीणा को आदर्श स्टेडियम में फाउंटेन शुरू करवाने तथा लाइटस लगवाने के निर्देश दिए। इसी तरह डिस्काम के अधीक्षण अभियंता एम.एल.जाट को विद्यालयांे के विद्युतीकरण के कार्य को गंभीरता एवं मोनेटरिंग के साथ प्राथमिकता से करवाने के लिए कहा गया। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, यूआईटी सचिव अंजुम ताहिर सम्मा, कोषाधिकारी दिनेश बारहठ, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी,जिला रसद अधिकारी सुरेन्द्रसिंह राठौड़, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक सुरेन्द्र प्रतापसिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती सती चौधरी, अधीक्षण अभियंता हरिकृष्ण, हेमंत चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।