संवाददाता- चरनजीत बंजारा
न्यू अहिंसा टेंट संचालक ने रक्तदान कर 2 वर्षीय बालक को दिया नया जीवनदान
नवजात बच्चे को शिशु चिकित्सक डॉ योगेंद्र चतुर्वेदी ने ब्लड बैंक से दिलाया ए पॉजिटिव ब्लड
नवजात बच्चे को रक्तदान करने के लिए जिलेभर से एक दर्जन महिला एवं युवाओं ने रक्तदान करने की दी सुकृति
एक समय मध्यप्रदेश के पन्ना जिला में खून की कालाबाजारी बड़े पैमाने पर चल रही थी। इसके साथ ही किसी को खून की आवश्यकता पड़ जाए तो उनके सगे संबंधी भी खून देने से डरते थे । विगत 2 वर्षों से पन्ना जिले के समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी द्वारा जिले में रक्तदान को लेकर एक मुहिम चलाई गई और यह मुहिम पन्ना जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज शर्मा सामाजिक कार्यकर्ता कदीर खान विनोद पाठक सहित लगभग एक सैकडा युवाओं के प्रयासों से दिन पर दिन सफलता की ओर बढ़ रही है। पन्ना जिले में रक्त की सूचना से संबंधित संदेश यदि सोशल मीडिया पर प्राप्त होता है तो एक व्यक्ति के लिए 10 – 10 लोग रक्तदान करने के लिए स्वेच्छा व्यक्त करते हैं। ऐसा ही वाक्य गत दिनांक 22 मार्च को सामने आया जब पूरे देश में स्वैच्छिक कर्फ्यू लगा हुआ था लोग घर से बाहर निकलने के लिए डर रहे थे। ऐसे समय में जब पन्ना जिला अस्पताल में एक 5 दिन के नवजात बच्चे को ए पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता हुई तब पीड़ित परिजनों द्वारा घटना की जानकारी जिले के समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी को दी गयी। जिनके द्वारा सोशल मीडिया पर संदेश जारी किया गया संदेश प्राप्त होते ही पन्ना नगर से लगभग एक दर्जन युवाओं युक्तियों ने स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिए अपनी सहमति प्रदान की। मगर इसी दौरान जिला अस्पताल पन्ना के ब्लड बैंक में ए पॉजिटिव ब्लड एक्सचेंज में आ जाने के कारण डॉ योगेंद्र चतुर्वेदी चिकित्सक द्वारा निशुल्क रूप से ब्लड बैंक से ब्लड उपलब्ध करा दिया गया । इसी तरह जब दूसरे बच्चे अरशद पिता आजाद खान उम्र 2 वर्ष निवासी संगवारा मोहंद्रा को एबी पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता हुई ।
तब पीड़ित परिजनों द्वारा समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी को दूरभाष पर जानकारी दी गई। जानकारी प्राप्त होते ही श्री गोस्वामी ने तत्काल ही 22 मार्च की शाम को सोशल मीडिया पर संदेश जारी किया गया। व्हाट्सएप पर संदेश पढ़ते ही पन्ना नगर के टिकुरिया मोहल्ला निवासी संदीप जैन पिता स्वर्गीय श्री नत्थू लाल जैन उम्र 39 वर्ष न्यू अहिंसा टेंट हाउस के संचालक जो कि अपने निजी कार्यों के चलते द्वारी में थे । वह बिना विलंब किए दुआरी से पन्ना रात्रि को लगभग 8:00 बजे पहुंचे और उन्होंने मानवता की मिसाल पेश करते हुए पीड़ित बच्चे के परिजनों से मुलाकात कर स्वेच्छा से रक्तदान किया । इस अवसर पर रक्तदान दाता संदीप जैन ने बताया कि उनको विगत 20 वर्ष से शुगर की बीमारी है मगर चिकित्सकों से सलाह ली गई उनके द्वारा बताया गया कि शुगर पेशेंट भी रक्तदान कर सकता है और इससे ना तो मरीज को कोई नुकसान होता है ना ही शुगर से पीड़ित रक्तदान दाता को कोई नुकसान होता है । उन्होंने बताया कि वह अभी तक तीन बार जरूरतमंदों को एबी पॉजिटिव रक्तदान कर चुके हैं और रक्तदान प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को वर्ष में तीन से चार बार अवश्य करना चाहिये। रक्तदान करने से शरीर में हृदय गति संबंधी बीमारियों से बचाव होता है। वहीं दूसरी ओर नया खून बनता है जिससे रक्तदान दाता को नई स्फूर्ति मिलती है। वही समय पर पीड़ित जरूरतमंदों को खून मिल जाने से उनके जीवन को बचाया जाता है तथा उजड़ते हुए परिवार में खुशियां आती हैं । इसलिए सारे कार्य छोड़कर रक्तदान अवश्य करें । इस अवसर पर अधिवक्ता नीरज शर्मा समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी लैब टेक्नीशियन अभय शर्मा आजाद खान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।