छत्तीसगढ़ अविनाश शर्मा
कांकेर .सभी रेत खदानों में खनन पर प्रतिबंध होने के बावजूद जिले में रेत खनन और परिवहन का अवैध कारोबार जोरों से चल रहा है। इस कारोबार से जुड़े लोगों को प्रशासन का जरा भी डर नहीं है। कार्रवाई के मामले में खनिज िवभाग की कार्यप्रणाली से अधिकारी की रेत माफियाओं से मिलीभगत का संदेह पैदा हो गया है। यदि कोई मौके से रेत चोरी और परिवहन की जानकारी दे तब भी कार्रवाई के लिए कोई नहीं पहुंचता। गुरुवार को भी ऐसा ही हुआ।
रिपोर्टर ने मौके से रेत चोरी और अवैध परिवहन की सूचना अधिकारी दो दी, तो उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर को भेज रहा हूं। लेकिन न कोई इंस्पेक्टर आया न कर्मचारी। बाद में अधिकारी ने कह दिया गया कि इंस्पेक्टर तो बाहर दौरे पर है। और तो और अधिकारी से जब यह कहा गया कि भास्कर की टीम के पास रेत से भरी ट्रैक्टर का फोटो है, जिसमें उसका नंबर भी दिख रहा है, इस आधार पर तो कार्रवाई कीजिए तो उन्होंने कहा कि कार्रवाई मौके पर होने से ही होती है। इस बीच रेत से भरी कई ट्रैक्टर निकल गई। बारिश थमने के कारण 11 जुलाई
गुरूवार सुबह से ही दूध नदी से शहर के इर्द गिर्द ही रेत निकालने का काम शुरू हो गया था। बिना किसी डर के एक साथ नदी पर कई जगहों पर रेत निकालते रहे। कुछ ग्रामीणों ने इसकी सूचना खनिज िवभाग को दी, लेकिन वहां से कोई नहीं आया।
सूचना पाकर भास्कर की टीम भी दोपहर 12.30 बजे भंडारीपारा व मनकेसरी के बीच में नदी तट पर पहुंची। यहां कुछ ट्रेक्टर सामने रेत लोड करती रही और कुछ झाड़ियों में छिपा कर खड़ी की गई थी। मौके से ही तत्काल इसकी सूचना खनिज विभाग के अधिकारी सनत साहू को दी गई।
जिस पर उन्होंने कहा कि ठीक है इंस्पेक्टर को भेज रहा हूं। इसी दौरान एक ट्रेक्टर टीम की मौजूदगी से अंजान रेत भर कर मुख्य मार्ग पर आने लगी। जैसे उसकी फोटो खिंचनी शुरू की गई, बाकी ट्रेक्टर नदी की दूसरी ओर सड़क से भागने लगी। इधर सड़क पर आई ट्रेक्टर के चालक ने टीम को देख वाहन वहीं रोक दिया। ट्रेक्टर क्रमांक सीजी 19 बीएच 5220 का चालक प्रदीप कुमार ने इस धंधे से जुड़े लोगों को फोन पर बात कर बुलाया। पांच मिनट बाद ही एक एक कर इस अवैध कारोबार से जुडे़ लोग वहां आ पहुंचे। लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी कर्मचारी नहीं पहुंचे। इस दौरान मौके पर पहुंचे रेत माफिया के लोग फोन लगातार बात कर रहे थे। फोन पर निर्देश लेने के बाद उन्होंने टेक्ट्रर के आगे बढ़ा दिया।
शाम को फिर लगी ट्रैक्टरों की कतार :रेत माफिया को ऊपर से मिले निर्देश के बाद नदियों से कुछ देर के लिए ट्रैक्टर हटा लिए गए। कुछ ट्रैक्टर को दूसरी घाट पर रेत भरने भेज दिया गया। शाम को एक बार फिर भंडारीपारा घाट पर रेत निकालने ट्रेक्टरों की लाइन लग गई। वर्तमान में कई जगहों से रेत निकाली जा रही है।जहां ट्रेक्टरों के टायरों के निशान आसानी से देखे जा सकते हैं। रात में भी कुछ जगह से रेत निकाली जा रही है। पहले भी सूचना पाने के बाद भी अधिकारी कर्मचारी न तो मौके पर पहुंचे न कार्रवाई की।
अधिकारी को कहेंगे कार्रवाई के लिए :प्रभारी कलेक्टर संजय कनौजे ने कहा कि इस मामले की जानकारी ली जाएगी। माईनिंग विभाग को रेत की चोरी रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने कहा जाएगा।